Vinayak Jayanti 2024 : विघ्नहर्ता आपके भी जीवन के सारे दुःख हर लेंगे,जानिए कब और कैशे होगी पूजा
माघ महीने में मनाई जाने वाली गणेश जयंती का सनातन धर्म में बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस शुभ दिन पर विघ्नहर्ता की पूजा करने से परेशानियां दूर हो जाती हैं और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
गणेश जयंती 2024:
दिनांक: मंगलवार, 13 फ़रवरी.
माघ मास शुक्ल पक्ष चतुर्थी:
आरंभ तिथि: 12 फरवरी, सोमवार, शाम 5:44 बजे से प्रारंभ.
समाप्ति तिथि: 13 फरवरी, मंगलवार, दोपहर 2:41 बजे समापन।
मध्याह्न पूजा का समय:
मंगलवार, 13 फरवरी 2024, दोपहर से पहले, सुबह 11:29 बजे से दोपहर 1:42 बजे तक.
पूजा की कुल अवधि: 2 घंटे 14 मिनट.
गणेश जयंती पूजा अनुष्ठान:
तैयारी:
सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें।
स्नान करें और साफ कपड़े पहनें.
पूजा घर में एक चौकी पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
पूजा आरंभ करें:
पूजा शुरू करने से पहले एक हाथ में जल लें और अनुष्ठान को श्रद्धापूर्वक करने का संकल्प लें।
भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए उन्हें हाथ जोड़कर प्रणाम करें।
प्रस्ताव:
भगवान गणेश को दूर्वा, फल, फूल, सूखे मेवे, अक्षत, नैवेद्य मोदक आदि पूजन सामग्री अर्पित करें।
उनका आशीर्वाद पाने के लिए कपूर भेंट करें, जलाएं और आरती करें।
पाठ और स्तुति:
भगवान गणेश का असीम आशीर्वाद पाने के लिए उनकी प्रार्थना या स्तुति का पाठ करें।
भगवान गणेश को सूखे मेवे और मिठाई का भोग लगाएं।
प्रसाद को परिवार और अपने आसपास के लोगों में बांटें।
पूजा समाप्त करने से पहले भगवान गणेश को प्रणाम करें और उनका आशीर्वाद लें।
माना जाता है कि गणेश जयंती पर व्रत रखने और ईमानदारी से भगवान गणेश की पूजा करने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन भर धन और समृद्धि सुनिश्चित होती है। आइए हम विघ्नहर्ता का आशीर्वाद प्राप्त करके और अपने जीवन में उनकी दिव्य कृपा प्राप्त करके इस शुभ अवसर का आनंद लें।