Gautam Gambhir will become the new coach of India : कोच बनने से पहले गौतम के कुछ गम्भीर शर्तें?
भारत के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक गौतम गम्भीर जिन्होंने भारतीय टीम के लिए तीनों फ़ॉर्मैट में अपना योगदान दे चुके है। भारत को T20 और वनडे वर्ल्ड कप जिताने में गौतम गम्भीर ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, ख़ासकर वनडे वर्ल्ड कप फ़ाइनल में उनकी खेली गई 97 रनों की पारी को कौन भूल सकता है भला!
भारतीय टीम के हेड कोच के लिए गौतम गम्भीर ने अपना इंटर्व्यू दिया है और उम्मीद की जा रही है उनको भारतीय टीम के हेड कोच के तौर पर नियुक्त कर दिया जाएगा क्योंकि गौतम गम्भीर का नाम सबसे आगे चल रहा है। गौतम गम्भीर बहुत जल्द राहुल द्रविड़ का जगह लेने वाले है क्योंकि मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल T20 विश्व कप तक पूरा हो जाएगा। हालाँकि भारतीय हेड कोच के लिए इंटर्व्यू देने की रेस पूर्व क्रिकेटर डब्ल्यूवी रमन ने भी अपना इंटर्व्यू दिया है।
भारतीय टीम के हेड कोच के लिए दिए गए इंटर्व्यू में गौतम के कुछ गम्भीर शर्तें :-
Gautam Gambhir भारतीय टीम के कोच बनने के बाद टीम का पूरा कंट्रोल अपने हाथों में चाहतें है वे चाहतें है उन्हें वो पावर दिया जाए जिससे उनका पूरा कंट्रोल भारतीय टीम पर हो , यह शर्त देखा जाए तो ठीक है क्योंकि जब अनिल कुम्बले हेड कोच बने थे,विराट और कुम्बले के साथ कुछ अनबन हुई और कुंबले को अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफ़ा देना पड़ा था।
कैप्टन का चयन हेड कोच हाथों में हो,Gautam Gambhir की डिमांड ये है की कैप्टन सिलेक्टर के हिसाब से नही चुना जयेगा। देखा जाए तो एक कोच टीम के सभी खिलाड़ियों को बहुत बढ़िया से जानता है उसको पता होता है की कौन खिलाड़ी की क्या विशेषता है।
Gautam Gambhir का फ़ोकस भारतीय टीम को आगे आनेवाले आईआईसीसी टूर्नामेंट को लेकर तैयार करना है क्योंकि भारत 2013 के बाद कोई आईसीसी टूर्नामेंट नही जीता है, गम्भीर का फ़ोकस 2025 में होने वाले चंपियंस ट्रोफ़ी को लेकर जो पाकिस्तान में होने वाला है और उसके बाद आईसीसी वोर्ल्ड़ कप जो 2027 में होने वाला है। गम्भीर इन टूर्नामेंट के लिए अभी से तैयारी करना चाहतें है।
Gambhir ने अपने इंटर्व्यू में ये भी बताया की 2025 में होने वाला आईसीसी चैम्पीयन ट्रोफ़ी सीनियर खिलाड़ियों के आख़िरी मौक़े की तरह होगा अगर वे बधिया परदर्शन करते हैं ठीक नही तो आपको बाहर बैठना पड़ेगा क्योंकि ऐसा पहले भी होता आया है जब 2011 के वोर्ल्ड़ कप के बाद बहुत से बड़े खिलाड़ियों को बाहर बैठा दिया गया था। गम्भीर ने इंटर्व्यू में आगे बताया की वे टेस्ट में अलग टीम हो क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में अनुभव की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, टेस्ट में सेनियर खिलाड़ियों का ज़्यादा महत्व होता है।अगर ऐसा होता है तो नैये खिलाड़ियों को ज़्यादा T20 फ़ॉर्मैट खेलेने का मौक़ा मिलेगा, क्योंकि देखा जाए तो वनडे मैच बहुत काम ही होते है।